कोरोना के कारण एक माह देरी से बुधवार को अफीम ताैल शुरू हुआ। पहले दिन 4 गांवों के 74 किसान ताैल कराने केंद्रपर पहुंचे। पहले दिन के बाद गुरुवार से ताैल प्रक्रिया को दो शिफ्ट में कियाजाएगा। एक शिफ्ट में 50 किसान की अफीम का ताैल होगा। गुरुवार को 6 गांवों के 162 किसान को ताैल के लिए बुलाया है।
ताैल नहीं होने के कारण काला सोना कहे जाने वाली अफीम को अब तक अपने पास रखकर किसान परेशान हो रहा था। केंद्र सरकार के आदेश के बाद बुधवार से अफीम ताैल शुरू किया गया। सुबह 6 बजे 4 गांवों के 74 किसान केंद्र पर पहुंचे। यहां अधिकारियों की उपस्थिति में किसान ने अफीम को कंटेनर में भरकर जांच के लिए तैयार किया। मिक्सर से अफीम को मिलाने के बाद किसानों की अफीम का ताैल कराया। अफीम क्वालिटी के आधार पर उसका रेट का निर्धारण किया जाएगा। इसमें न्यूनतम 870 रुपए प्रतिकिलो से अधिकतम 3500 रुपए प्रतिकिलो की राशि दी जाएगी।
जिला अफीम अधिकारी अनिलकुमार शर्मा ने बताया पहले खंड में कुल 5890 अफीम उत्पादक किसान हैं। गुरुवार को सेजपुरिया, सिंदपन, मूूंदडी के 83 किसानों को ताैल के लिए बुलाया है। वहीं खंड दो के अफीम अधिकारी प्रिय रंजन ने बताया द्वितीय खंड में कुल 6296 अफीम किसान हैं।0 गुरुवार को सेवातरी, आक्या पालरा, झालरा के 79 किसानों को ताैल के लिए बुलवाया है। गुरुवार से दो पारी में ताैल किया जाएगा। पहली पारी सुबह 6 बजे शुरू की जाएगी और दूसरी पारी सुबह 10 बजे से शुरू किया जाएगा। हर पारी व खंड में 50 से अधिक किसान को नहीं बुलाया जाएगा। साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग, मास्क व अन्य सावधानियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही
बुधवार को अफीम ताैल के लिए पहुंचे किसानों के स्वास्थ्य परीक्षण की भी व्यवस्था की गई। यहां पहुंचे हर किसान की थर्मल स्कैनिंग व अन्य परीक्षण किया गया। इसके बाद मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए अफीम ताैल कराया गया।
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