बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य आशीष कपूर ने अपने स्कूल में कार्यरत शिक्षिका को पहले तो लॉकडाउन का बहाना बनाते हुए वेतन नहीं दिया। इसके बाद नौकरी से ही निकाल दिया। शिक्षिका ने इसकी शिकायत कलेक्टर से कर कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षिका दिशा चौहान ने कलेक्टर रुचिका चौहान को शिकायत में बताया कि वो बड़ी सरवन स्थित लिटिल फ्लावर स्कूल में पढ़ाती है। इस स्कूल के बाद उन्हीं के स्कूल मिनी पैरेडाइज प्ले स्कूल विवेकानंद कॉलोनी सैलाना में बच्चों को पढ़ाया। इसके एवज में 6500 रुपए पारिश्रमिक तय हुआ था। काम करने के बाद भी 2019 का अप्रैल व जून महीने तथा इस साल फरवरी, मार्च व अप्रैल का वेतन नहीं दिया। इस तरह मेरा 32,500 रुपए वेतन बकाया है। जब वेतन मांगा तो प्रबंधक ऋतिका कपूर एवं आशीष कपूर ने जवाब दिया कि लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन के बाद आपका वेतन दे देंगे। इसके बाद अब वेतन मांगा तो बोल रहे हैं हमें आपकी सेवा की जरूरत नहीं है और नौकरी से निकाल दिया।
पहले कहा : वेतन दे दिया, फिर बाेले : मेरे पिता का स्कूल है
बाल आयोग सदस्य आशीष कपूर ने बताया मैं अभी आयोग का सदस्य हूं। शिक्षिका को बोला आप स्कूल में आकर वेतन ले लो। लेकिन नहीं आईं। पुराना मामला है। आप पापा से बात कर लें। मैं बाल आयोग का सदस्य हूं इसलिए स्कूल नहीं देखता हूं। पिता सुशील कपूर ने बताया वेतन देने के लिए मैडम को बुलाया था। अन्य शिक्षक वेतन लेने आ गए लेकिन मैडम नहीं आईं। मैडम स्कूल आकर ले लें। जहां तक निकालने का सवाल है तो स्कूल तो बंद ही है।
मामले की जांच करवाएंगे : डीईओ केसी शर्मा ने बताया तथ्यात्मक स्थिति क्या है। जांच कर रहे हैं।
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