कोरोना संक्रमण के कारण देशभर में 79 दिन से बंद चल रहे धार्मिक स्थलों को 8 जून से आवश्यक शर्तों के साथ आमजन के लिए खोल दिया जाएगा। इसको लेकर शनिवार को एडीएम किशोर कन्याल की अध्यक्षता में धर्मगुरुओं व गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक आयोजित की गई, इसमें सर्वसहमति से धार्मिक स्थलों को सुबह 5 से रात 8 बजे तक खोलने का निर्णय लिया गया। यहां आने वालों को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंस का पालन करना अनिवार्य होगा। धार्मिक प्रतिष्ठानों पर फूल, नारियल, अगरबत्ती, चादर, चुनरी चढ़ाने की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालु मंदिर में न तो घंटी बजा पाएंगे और न ही मूर्ति और धार्मिक ग्रंथ को छूने की अनुमति होगी। श्रद्धालुओं को अपने साथ चटाई या कपड़ा लाना होगा और प्रार्थना के बाद वह उसे वापस ले जाएंगे। मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के महंत पं. गोपाल दुबे के मुताबिक, मंदिर में सामूहिक पाठ पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
सतर्कता ही सबसे बड़ा धर्म: अफसरों के साथ चर्चा के बाद धर्मगुरुओं ने सर्वसम्मति से नई गाइड लाइन तय की
मंदिर में मूर्तियों को स्पर्श न करें, सोशल डिस्टेंस रखें
मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें। वृद्ध फिलहाल मंदिर न जाएं और घर पर ही परमात्मा ध्यानपूर्वक पूजन करें। मास्क अवश्य लगाएं। हाथ साबुन से धोने के बाद मंदिर में प्रवेश करें। फिलहाल मंदिर की मूर्तियों को स्पर्श न करें। मंदिर में भीड़ ने करेंं। मंदिर में घंटे भी न बजाएं।
-संत कृपाल सिंह
कालीन के स्थान पर फर्श पर नमाज अदा करें
इमामों को चाहिए कि वे मस्जिदों से कालीन हटा लें। लोग फर्श पर नमाज़ पढ़ें। बुजुर्गों और किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों को जून के अंत तक भीड़-भाड़ में आने से मना करें। वुजु (नमाज से पहले हाथ पैर, मुंह धोना) घर से ही करके आएं। मस्जिदों में वुजु और टॉयलेट की सुविधाएं बंद रखें।
-अब्दुल हमीद कादरी, शहर काजी
बुजुर्ग और रोगी चर्च आने से बचें, घर पर ही पूजा करें
चर्च में आने से पहले साबुन या सेनिटाइजर से हाथ धोने के बाद ही प्रवेश करें। एक-एक करके ही अंदर प्रवेश करें तथा चर्च में सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखें। चर्च के अंदर किसी भी चीज को न छुएं। एक-दूसरे का अभिवादन हाथ मिलाकर न करें। बुजुर्ग व रोगी चर्च आने से बचें और घर में ही प्रार्थना करें।
-फादर जोन जेवियर
मास्क लगाकर ही मंदिर में जाएं
श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सरकार के निर्देशों को पूरी तरह पालन करना चाहिए। उन्हें मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। मंदिर में ज्यादा देर रुके नहीं। मंदिर में मास्क लगाकर ही आएं।
-मुनिश्री विहर्ष सागर
गुरुद्वारे को रोज सेनिटाइज करेंगे
गुरुद्वारे में शासन के नियमों का पालन करना होगा। सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखें। श्रद्धालुओं के हाथ धोने के लिए साबुन का प्रबंध किया गया है। श्रद्धालु गुरुद्वारे में किसी भी चीज काे न छुएं। गुरुद्वारे को प्रतिदिन सेनिटाइज कराने का भी प्रबंध किया गया है।
-सरदार तलविंदर सिंह, सचिव, गुरुद्वारा फूलबाग प्रबंधक कमेटी
निर्देश रेलिंग, धार्मिक ग्रंथों और मूर्तियों को न करें स्पर्श
सार्वजनिक स्थानों पर जहां तक संभव हो आपस में 6 फीट की दूरी रखी जाए।
चेहरा मास्क या फेस कवर से ढांकना अनिवार्य होगा।
एसी का तापमान 24-30 डिग्री के बीच रखना होगा।
मूर्ति या धार्मिक ग्रंथ आदि को छूना मना होगा।
धार्मिक प्रतिष्ठानों में प्रसाद, चरणामृत, छिड़काव आदि का वितरण वर्जित होगा।
आरती की थाली, मूर्ति पर चढ़ावा कैश के रूप में न दें। डिजिटल ट्रांसफर ऑफ मनी को प्राथमिकता दें अथवा दान पेटी में दान दें।
फूल, नारियल, अगरबत्ती, चादर, चुनरी आदि चढ़ाने की अनुमति नहीं होगी।
मंदिर में घंटी बजाने की अनुमति नहीं होगी।
रेलिंग का स्पर्श करने से बचें।
भीड़ में लोगों को एकत्रित होने की अनुमति नहीं होगी।
परिप्रेक्ष्य में रिकॉर्डेड भजन, गीत बजाए जाएं।
धार्मिक प्रतिष्ठान द्वारा परिसर की बार-बार सफाई एवं विसंक्रमण सुनिश्चित किया जाए।
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