कोरोना को पूरी तरह खत्म करने के लिए किल कोरोना अभियान बुधवार से शुरू किया गया। पहले दिन 290 टीमों ने 25 हजार से अधिक घरों में जाकर डोर-टू-डोर सर्वे किया। अभियान में चार स्टेप की जानकारी लेकर इसे फार्मेट और एप पर भी भरना है। इसके लिए 16 तरह के सवाल भी तैयार किए गए हैं जो लोगों से पूछना है। जहां पर भी जवाब हां में आएगा तो उस व्यक्ति को जांच के लिए भेजा जाएगा। यदि उसे भर्ती कराना जरूरी है तो मोबाइल टीम ले जाकर उसे भर्ती कराएगी। कोरोना किल अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 290 टीम बनाई हैं। प्रत्येक टीम में 3 से 5 सदस्य रखे गए हैं। प्रत्येक टीम को प्रतिदिन कम से कम 100 घरों का सर्वे कार्य करना है। इस तरह से एक टीम करीब 500 की आबादी का सर्वे प्रतिदिन करेगी। अभियान 15 जुलाई तक चलेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अलग-अलग टीमें बनाई हैं जो डोर-टू-डोर जाकर सर्वे का काम करेंगी। इस दौरान मौके पर ही जांच की जाएगी और जो भी संदिग्ध मिलेगा, उसके सैंपल लिए जाएंगे । इस तरह से हर घर में टीम के सदस्य पहुंचकर यह पता लगाएंगे कि कहां पर फीवर, सर्दी, खांसी के मरीज हैं।
कोरोना किल करने के 4 स्टेप
1. पहला स्टेप एसएआरआई: सीवियर एक्यूट रिस्पेरेटरी इंफेक्शन की स्थिति में टीम पिछले 7 दिनों से सर्दी, खांसी, गले में खराश के साथ बुखार, सांस लेने में परेशानी तो नहीं हुई।
क्या करेंगे: अगर किसी को इन लक्षणों में से कोई एक दिखाई देता है तो तत्काल निर्धारित 108 एंबुलेंस से डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर पर रेफर किया जाएगा जो सभी विकासखंडों पर बनाए गए हैं।
2. दूसरा स्टेप आईएलआई: इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस की अगर स्थिति है तो टीम मरीज में सबसे पहले इन लक्षणों को देखेगी। इसमें देखाा जाएगा कि पिछले दस दिनों से उस व्यक्ति को खांसी या बुखार ना आया हो।
क्या करेंगे: सर्वे के दौरान जब भी इस बीमारी से पीड़ित कोई मिलता है तो उसे नजदीक फीवर क्लीनिक में संपर्क कर जांच कराने को कहा जाएगा। इसके बाद सैंपलिंग होगी।
3. तीसरा स्टेप मलेरिया: यदि व्यक्ति को तेज बुखार के साथ कंपकपी, सिरदर्द, उल्टी, कमजोरी, चक्कर आना, पसीना आकर बुखार उतर आना जैसे लक्षण हैं तो टीम मौके पर ही जांच करेगी।
क्या करें: आरडीटी किट से मलेरिया की मौके पर जांच की जाएगी। मलेरिया आता है तो इसका इलाज शुरू कराया जाएगा। पीएफ मलेरिया पॉजिटिव 3 दिन और पीव्ही मलेरिया पॉजिटिव 14 दिन के लिए इलाज किया जाएगा। दवााइयां दी जाएंगी।
4. चौथा स्टेप डेंगू: इस स्टेप में सबसे पहले जाएगा कि तेज बुखार के साथ आंखों के पीछे दर्द होना, मांसपेशियों और सिर में दर्द, शरीर पर लाल चकते तो नहीं हैं।
क्या करें: फीवर क्लीनिक में संभावित डेंगू बुखार के लक्षण पाए जाने पर बुखार की अवधि के आधार पर एलाइजा जांच, इलाइजा जांच के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाएगा। वहां पर इलाज चलेगा।
कोविड से संबंधित पूछे जाने वाले 10 सवाल
1. मरीज ने पिछले 10 दिनों में कहां यात्रा की है।
2. घर के किसी सदस्य का पिछले तीन दिन में किसी कोरोना मरीज से संपर्क तो नहीं हुआ।
3. घर में कोई गर्भवती महिला है 4. घर में बुजुर्ग और बच्चे हैं।
5. घर में कोई बच्चा ऐसा तो नहीं छूटा जिसका टीकाकरण होना था।
6. घर में सर्वे के दौरान पाए गए बुखार के रोगी का किसी कोविड पॉजिटिव रोगी से संपर्क की हिस्ट्री तो नहीं।
7. क्या घर में किसी सदस्य को बुखार नहीं है लेकिन उल्टी, दस्त या चक्कर के लक्षण हैं।
8. पिछले 7 दिनों में घर के किसी सदस्य को बुखार, सर्दी, खांसी के लक्षण आए हैं या नहीं।
9. यदि सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश है तो क्या उन्हें शुगर, कैंसर, हाईपरटेंशन, स्ट्रोक, ह्दय रोग तो नहीं है। उनकी उम्र 60 से अधिक है।
10. बुखार के साथ गले में खराश
दर्द बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ संबंधित लक्षण पाए जाने पर फीवर क्लीनिक के लिए भेजे।
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