Saturday, August 29, 2020

सगौनी-सगरा मार्ग जर्जर, पीडब्ल्यूडी की सड़क की खुली पोल

सगोनी से सगरा रोड कुसमी सगरा तक पूरी तरह से धंस गई है। इस मार्ग से महानदी के 40 टन रेत से भरे भारी वाहन कुमसी सगरा होते हुए नोहटा से प्रतिदिन निकलते हैं, जिससे सड़क पूरी तरह से खस्ताहाल हो चुकी है। गुरुवार को भारी बारिश के चलते रेत से भरा हुआ एक हाइवा कुसमी-बगलवारे के बीच सड़क में धंस गया। जिससे आवागम पूरी तरह से बाधित रहा। मुश्किलों के बीच जेसीबी की मदद से सड़क में फंसे वाहनों को निकालकर आवागमन बहाल किया गया।

कुसमी निवासी गोविंद ने बताया कि कुसमी बगलवारे के बीच नहर की तीन पुलिया धंस गई है, तालाब की मेड़ छोटे वाहनों के चलने के लायक नही है, जहां से भारी वाहन निकल रहे हैं। सलैया निवासी राजा भोलू यादव ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की सड़क जहां तहां से भारी वाहनों का लोड सहन नहीं कर पा रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग सड़क पर ट्रालियों से पत्थर डालवा रही है। जिसमंे वाहन फंस रहे हैं। फिर भी भारी वाहनों की धमाचौकड़ी पर पीडब्ल्यूडी का कोई प्रतिबंध नहीं है।

स्थानीय निवासी गोरे लाल, राजेश सिंह, महेंद्र सिंह का कहना है कि ठेकेदार के द्वारा 8 माह पहले सड़क बनाई गई थी, जो गारंटी पीरियड में ध्वस्त हो गई है। ठेकेदार राजेन्द्र सिंह बग्गा से ग्रामीणों ने बात की तो उनका कहना था कि में मरम्मत नहीं करवाउंगा क्योंकि रोड की क्षमता से अधिक 50 टन के भारी वाहनों का आवागमन हो रहा है। भारी वाहनों पर पीडब्ल्यूडी विभाग को रोक लगाना चाहिए। वही नई बंधी तालाब की मेड पूरी तरह से धंस रही है।

नितिन तिवारी,नरेश सिंह का कहना है कि जल संसाधन विभाग बांध पर से भारी रेत से भरे वाहनों पर रोक नहीं लगाती तो वह दिन दूर नही जब बांध धंसने की वजह से तालाब फूटेगा।



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Saguni-Sagra road is dilapidated, open pole of PWD road


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