सफाई में 5वीं बार नंबर 1 आने के लिए इंदौर नगर निगम ने तैयारी तेज कर दी है। इसके लिए इस बार भी सबसे अहम रोल सिटीजन फीडबैक का रहेगा। सोमवार को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की रीजनल कार्यशाला हुई। इसमें संभागायुक्त डाॅ. पवन कुमार शर्मा ने अपने निगमायुक्त कार्यकाल के अनुभव साझा करते हुए बताया, इंदौर ने कचरा सेग्रीगेशन कर चमत्कार किया है, यह तो विदेशों के लिए भी संभव नहीं था। कार्यशाला में दिल्ली से ऑन लाइन प्रेजेंटेशन भी दिया गया।
संभागायुक्त डाॅ. शर्मा ने कहा, नगरीय निकाय में मेरा लंबे समय का कार्यकाल रहा है। जब मैं निगमायुक्त था, उस समय एशिया के अन्य देशों के साथ-साथ भारत में कचरा सेग्रीगेशन का कार्य असंभव था। किसी भी देश में कचरे का संग्रहण अलग-अलग करने का कार्य बड़ी चुनौती थी। भारत के भी शहरों में यह कार्य चुनौती था, पर जब मैं इंदौर आया तो देखा कि इंदौर ने बहुत ही खूबी के साथ इसे संभव किया है।
गंदगी दिखेगी तो लोग टोक देंगे : कलेक्टर
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा डोर टू डोर कचरा संग्रहण प्रतिदिन होता है, किसी भी दिन कार्य में लापरवाही होने पर लोग रिएक्ट करते हैं। ऐसे में सभी को सचेत होकर कार्य करना है। वाटर प्लस सर्वे में भी इंदौर को अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए मैदान में उतारकर कार्य करना होगा।
3 आर व 4 आर पर निगम करेगा कार्य
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कचरा सेग्रीगेशन, डोर टू डोर कचरा संग्रहण, ड्राय-वेस्ट प्लांट, कचरे का निपटान, 3 आर व 4 आर पर कार्य, बैकलाइन सफाई, रोड स्वीपिंग कार्य, सिटीजन फीडबैक, स्टार रेटिंग, वाटर प्लस सर्वे, सार्वजनिक- सामुदायिक शौचालय व यूरिनल, सर्टिफिकेशन- डॉक्यूमेंटेशन के साथ ही नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार करना आवश्यक है।
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