गर्मी शुरू होने के साथ ही शहर में पेयजल सप्लाई के दोनों स्रोत माचना एनीकट और ताप्ती बैराज में पानी कम हाे गया है। 15 फीट ऊंचे माचना एनीकट में शुक्रवार सुबह तक केवल पांच फीट पानी ही बचा। इससे शहर में करीब एक सप्ताह ही सप्लाई हाे पाएगी। ऐसे में नगरपालिका ने दोपहर 2 बजे लाखापुर डैम में रिजर्व रखा 164 कराेड लीटर पानी छाेड़ना शुरू करा दिया। डैम से माचना नदी के रास्ते बैतूल में एनीकट तक पानी लाने के लिए 18 किलोमीटर दूरी तय करनी हाेगी। इसमें एक सप्ताह का समय लगेगा।
शहर में दो मुख्य पेयजल स्रोत हैशहर के फिल्टर प्लांट के समीप स्थित माचना एनीकट और 22 किलोमीटर दूर स्थित ताप्ती बैराज से। दोनों में ही जलस्तर गिरने लगा है। 15 फीट ऊंचे माचना एनीकट में केवल 5 फीट बचा है। इसे देखते हुए लाखापुर डैम के वाॅल्व खोल दिए हैं। 18 किलोमीटर नदी में पानी लाने के लिए रास्ते बनाने का काम भी इसी दाैरान करना पड़ेगा ताकि पानी रास्ते में अटके नहीं।
ताप्ती बैराज में 22 से 18 फीट पर आया जलस्तर
दूसरे जलस्रोत ताप्ती बैराज में भी पानी घटने लगा है। 22 फीट ऊंचे बैराज में 18 फीट पानी है। पिछले 15 दिन में जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है। बैराज से 335 हॉर्सपावर की मोटर चलाकर 22 किलोमीटर दूर बैतूल तक पानी पहुंचाया जाता है। बैराज में पानी खत्म होने पर नपा हर साल बैराज से 52 किलोमीटर दूर पारसडोह डैम से पानी ले लेती थी लेकिन इस बार इस पारसडोह डैम और ताप्ती बैराज के बीच घोघरी बांध का निर्माण शुरू होने के कारण घोघरी डैम की दीवार खड़ी हो गई है। इस कारण पानी यहां रुक जाएगा इसीलिए पारसडोह डैम से पानी नहीं छोड़ा जाएगा। इसके चलते माचना एनीकट के माध्यम से सप्लाई पर जोर है। हालांकि, मई शुरुआत में भी ताप्ती बैराज में अभी 18 फीट तक पानी भरा हुआ है।
यदि नहीं छुड़वाते पानी तो एकसप्ताह में खत्म हो जाता
15 फीट ऊंचे माचना एनीकट में 2 फीट तो केवल मिट्टी ओर कीचड़ जमा रहता है। वर्तमान में 5 फीट पानी है यानी इस्तेमाल योग्य पानी 3 फीट ही है। जो एक सप्ताह में खत्म हो सकता है। ऐसे में यदि नपा शुक्रवार को तत्काल लाखापुर डैम पानी नहीं छुड़वाती तो एक सप्ताह बाद संकट हो सकता था। केवल ताप्ती बैराज ही सप्लाई के लिए सहारा होता लेकिन नपा दोनों स्रोतों को तैयार रखना चाहती है।
164 करोड़ लीटर पानी है आरक्षित, नपा और जलसंसाधन के बीच है समझौता
नपा ने जलसंसाधन विभाग से एग्रीमेंट है जिसके अनुसार लाखापुर डैम का 164 करोड़ लीटर पानी पेयजल के लिए रिजर्व है। इसका शुल्क नपा चुकाती है। हालांकि पिछले सालों में पानी लेने की स्थिति नहीं बनी। नपा ने लाखापुर डैम से बैतूल प्लांट तक 18 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाने का 2 करोड़ का प्रोजेक्ट शुरू किया लेकिन लाइन का एक हिस्सा नहीं बिछने से लिंक नहीं जुड़ पाई। इसलिए नदी के रास्ते पानी लाना पड़ रहा है।
पानी चोरी हाेने से भी बचाना होगा नपा को, मॉनीटरिंग जरूरी
डैम से एनीकट के रास्ते में पानी चोरी की आशंका है। कई जगह कुछ किसान भी मोटर लगाकर पानी निकालते हैं। नपा को पानी लेने के साथ ही इस पानी को सुरक्षित करने के इंतजाम चुनौती है तभी छोड़ा गया पानी बैतूल शहर तक सुरक्षित पहुंच सकता है।
माचना एनीकट में पानी का लेवल 5 फीट ही रह गया। पानी की कमी देखकर लाखापुर डैम से पानी छुड़वाया गया है। यह पानी माचना नदी के रास्ते एनीकट तक लाया जाएगा। हालांकि मुख्य वाटर सप्लाई ताप्ती बैराज के पानी से ही हो रही है लेकिन दोनों जगहों पर पानी पर्याप्त रहना जरूरी है। इसीलिए लाखापुर का पानी लिया जा रहा है।
नगेन्द्र वागद्रे, सब इंजीनियर, नपा
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