पिछले एक माह से कोरोना संदिग्ध मरीजों का इलाज कर रहे आइसोलेशन वार्ड प्रभारी डाॅ. मनीष चौरसिया की शुक्रवार को निगेटिव रिपोर्ट आई थी। इसके बाद वे रात को घर नहीं गए। क्वारेंटाइन सेंटर से शनिवार की सुबह पहले तार वाले बालाजी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान के दर्शन करते हुए प्रार्थना की कि जो भी रिपोर्ट आएं वे सभी निगेटिव आएं। उनकी प्रार्थना को भगवान ने कबूल भी कर लिया। शनिवार की शाम भेजे गए सैम्पल की जो रिपोर्ट आई वे सभी निगेटिव निकली। इससे जिला एक बार फिर ग्रीन जोन की श्रेणी में लगभग आ गया है। अब सिर्फ भोपाल से एम्बुलेंस से भागकर आए महिला के पति और एम्बुलेंस ड्राइवर की रिपोर्ट आना शेष है। अगर दोनों की रिपोर्ट निगेटिव निकलती है तो जिला फिर से ग्रीन जोन में शामिल हो जाएगा।
अन्य डॉक्टर भी पहुंचे मंदिर में प्रार्थना करने
डाॅ. चौरसिया के साथ मंदिर डाॅ. अंकुर तारई, डाॅ. सौरभ शर्मा भी पहुंचे। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल के पूरे स्टाफ की सैम्पलिंग की गई थी। ऐसे में सभी लोग चिंता में थे। डाॅ. चौरसिया ने भास्कर से बातचीत में बताया कि परिवार में सभी लोग चिंतित थे। लगातार फोन आ रहे थे, सभी परेशान थे। ऐसे में उनके ऊपर भी तनाव बहुत था। लेकिन जैसे ही उनको सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने की सूचना मिली तो उन्होंने रात को घर न जाते हुए सुबह पहले मंदिर जाने का निर्णय लिया। मंदिर से निकलकर डाॅ. चौरसिया 4 दिन बाद घर पहुंचे। इसके बाद फिर से अस्पताल पहुंचकर मरीजों के इलाज में लग गए। डाॅ. चौरसिया के अलावा ईसागढ़ के बीएमओ सहित स्टाफ क्वारेंटाइन पर था।
संपर्क में आए परिजनों को कल करेंगे आइसोलेशन वार्ड से छुट्टी
शनिवार की शाम तक रिपोर्ट आने के बाद मृत महिला के देवर और बहन सहित उनके बच्चों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। जहां से उनको रविवार को छुट्टी दी जाएगी।
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