पड़ोसी पांच शहरों में कोरोना वायरस से 4 हजार 287 लोग संक्रमित हैं। जलगांव, बुलढाणा और अमरावती में सबसे ज्यादा 3709 संक्रमित मिले हैं। ऐसे में पड़ोसी राज्य से लोग इलाज कराने बुरहानपुर पहुंच रहे हैं। इससे बुरहानपुर जिले में संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है। इसके लिए जिला प्रशासन ने भोटा और लोनी चेक पोस्ट पर चेकिंग बढ़ाई है।
अनलॉक-1 में जून की शुरुआत से ही दोनों राज्यों से आवाजाही शुरू हो गई थी। दोनों ओर से रोजाना 20 हजार से ज्यादा वाहन भोटा और लोनी चेक पोस्ट से गुजर रहे थे। ऐसे में देखने में आया कि महाराष्ट्र के सीमावर्ती शहरों से कुछ मरीज बुरहानपुर इलाज कराने पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल में रोजाना करीब 8 से 10 मरीज सर्दी, खांसी, बुखार सहित अन्य मरीज पहुंच रहे हैं। पर्ची काउंटर पर रोजाना उनकी इंट्री भी की जा रही हैं। अधिकांश गंभीर इलाज के लिए निजी अस्पताल पहुंच रहे हैं। यहां भी उनका रिकाॅर्ड दर्ज किया जा रहा है, हालांकि कोई रिकाॅर्ड सार्वजनिक नहीं कर रहा है। कुछ दिनों से जिला प्रशासन चिंतित था कि फिर संक्रमण न बढ़ जाए, क्योंकि अप्रैल में मलकापुर से इलाज कराने दंपती एक निजी अस्पताल में पहुंचे थे। उनमें महिला की जांच रिपोर्ट कोरोना वायरस से संक्रमित मिली थी।
एसपी लोढा ने पहले ही दिन चेक पोस्ट पर चेकिंग बढ़ाने का लिया निर्णय
शुक्रवार को एसपी राहुल लोढा ने बुरहानपुर में पदभार ग्रहण किया। जलगांव में पढ़े होने के कारण उन्हें पड़ोसी जिले की जानकारी थी। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने भी उनसे चर्चा की। पहले ही दिन शुक्रवार को चेक पोस्ट पर चेकिंग बढ़ाने का निर्णय लिया। शनिवार से प्रदेश के भोटा व लोनी चेक पोस्ट पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात की। प्रदेश में आने व महाराष्ट्र जाने वाले हर व्यक्ति को पुलिस ने रोका। डॉक्टरों ने थर्मल स्क्रीनिंग की। चेक पोस्ट पर वाहनों की कतार लग गई। स्क्रीनिंग के लिए लोगों की कतार बढ़ती गई। शाम 5 बजे तक 1000 से ज्यादा की स्क्रीनिंग हो चुकी थी। इनमें से महाराष्ट्र के 4 लोग संदिग्ध मिले। उनके शरीर का तापमान 38 डिग्री से ज्यादा था। ऐसे में उन्हें चेक पोस्ट से ही महाराष्ट्र वापस भेज दिया। जिले के खकनार व गुराड़िया के 2 संदिग्ध मिले। उन्हें महाराष्ट्र जाने से रोका और फीवर क्लीनिक पहुंचाया।
प्रदेश की सीमा के ग्राम बहादरपुर में एक युवती संक्रमित
महाराष्ट्र सीमा से सटे ग्राम बहादरपुर की एक 23 वर्षीय युवती संक्रमित मिली है। स्वास्थ्य विभाग के पास जानकारी नहीं है कि युवती सीधे किसके संपर्क में आई थी। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है 16 जून से युवती को कमजोरी की शिकायत थी। कुछ दिन झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराया। स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया तो जिला अस्पताल पहुंची। पता चला कि वह किसी ऑटो या एपे में बैठकर शहर में इलाज कराने आई थी। अब स्वास्थ्य विभाग जिले के सभी ऑटो, एपे चालकों की स्क्रीनिंग करेगा। संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए इंदौर या खंडवा भेजेंगे। इससे पहले मोहद की एक महिला जलगांव से संक्रमित होकर आई थी। इस तरह जिले में संक्रमितों की संख्या अब 393 तक पहुुंच चुकी हैं। अब 5 मरीज एक्टीव हैं। 364 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
दोनों प्रदेशों की स्थिति
महाराष्ट्र
जलगांव
3040 पॉजिटिव
2971 स्वस्थ
214 मृत्यु
अमरावती
486 पॉजिटिव
350 स्वस्थ
21 मृत्यु
बुलढाणा
183 पॉजिटिव
138 स्वस्थ
11 मृत्यु
मध्यप्रदेश
खंडवा
301 पॉजिटिव
263 स्वस्थ
17 मृत्यु
खरगोन
277 पॉजिटिव
221 स्वस्थ
14 मृत्यु
बुरहानपुर
393 पॉजिटिव
364 स्वस्थ
23 मृत्यु
खंडवा और खरगोन में 578, पड़ोसी राज्य के 3 जिलों में 3709 संक्रमित
खंडवा, खरगोन, जलगांव, बुलढाणा और अमरावती में 4 हजार 287 संक्रमित हैं। अब तक 3 हजार 843 स्वस्थ हो चुकी हैं। जबकि 277 अपनी जांच गवां चुके हैं। पड़ोसी राज्य के अकेले तीन जिलों में 3 हजार 709 पॉजिटिव, 3 हजार 459 स्वस्थ और 246 की मृत्यु हुई हैं। यह प्रदेश के दो जिलों के मुकाबले 84.42% ज्यादा है। यह पांच जिलों का सिर्फ 15.58% है। खंडवा और खरगोन के 578 संक्रमित हैं। जबकि 484 मरीज स्वस्थ हैं। 31 मरीज संक्रमण में दम तोड़ चुके हैं। यानी जिले के पड़ोसी राज्य में सबसे ज्यादा मरीज हैं।
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