पंचायत में तीन लाख रुपए खर्च हाट बाजार मंडी को बनाया गया हैं। लेकिन करीब साढ़े पांच साल बीतने के बाद भी यह बाजार आज तक शुरू नहीं हो पाया है। खास बात यह है कि हाट बाजार में दुकानों शिफ्ट कराया गया था, लेकिन दुकानदार फिर से अपनी दुकानें बाजार की सड़कों पर लगाने लगे। इससे लोग परेशान हैं। जबकि मंडी बिना उपयोग ही जर्जर हो रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बीआरजीएफ हाट बाजार योजना के तहत कराहल और बरगवां में करीब 3-3 लाख की लागत से हाट बाजार का निर्माण किया गया था। इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रभारी मंत्री लालसिंह आर्य और पूर्व सांसद अनूप मिश्रा ने साल 2015 में किया था। लेकिन इसका साढ़े पांच साल बाद भी कोई फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है। वहीं हाट बाजार शुरू न होने से ग्रामीण छोटे-छोटे सामान खरीदने के कराहल और श्योपुर तक आ रहे हैं।
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