अक्सर आप बच्चों को मोबाइल गेम खेलते हुए देखते होंगे, लेकिन अब जल्द ही आप बच्चों को शब्दों के उच्चारण का खेल खेलते हुए देखेंगे। एक मिनट में शब्दों के उच्चारण का खेल बच्चों के लिए तैयार किया गया है। दरअसल ऑनलाइन शिक्षा में यह नया प्रयोग प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के छात्रों में रीडिंग हैबिट विकसित करने के लिए किया जा रहा है, ताकि स्कूल खुलने पर बच्चों की रीडिंग हैबिट बरकरार रह सके। इस पूरी प्रक्रिया की ऑनलाइन मॉनीटरिंग की जाएगी।
राज्य शिक्षा केन्द्र ने एक सर्वे में पाया कि कोरोना काल में चल रही ऑनलाइन क्लासेस में बच्चे केवल उतनी ही पढ़ाई कर रहे हैं, जितनी उनके लिए जरूरी है। इसके अलावा बच्चे अन्य किसी भी गतिविधियों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसको देखते हुए राज्य शिक्षा केन्द्र ने घर में ही उपलब्ध सीखने के संसाधनों जैसे पाठ्य-पुस्तक, अखबार, गीत-कहानी की पुस्तकें, उपन्यास आदि का उपयोग करते हुए भाषा-कौशल को विकसित करने का नया प्रयोग शुरू किया है।
याद रहती हैं रोचक कहानियाँ
राज्य शिक्षा केन्द्र का मानना है कि रोचक कहानियाँ लंबे समय तक याद रहती हैं। बच्चे यदि कहानियाँ सुनते हैं और उसे दोहराते हैं तो इससे उनकी याददाश्त तेज होती है। इसके साथ ही बच्चों का शब्द ज्ञान और तर्क करने की क्षमता भी बढ़ती है।
राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के लिए खेल-खेल में रीडिंग हैबिट विकसित करने की योजना तैयार की है। इसके काफी अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। -घनश्याम बर्मन, एपीसी
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