शहर में कोरोना के मामलों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। ठंड के साथ एसिम्टोमेटिक मरीजों की संख्या कम हो गई है। सर्दी-खांसी वाले मरीज ज्यादा आ रहे हैं, जबकि बुखार वालों की संख्या कम है। अरबिंदो अस्पताल के डॉ. रवि डोसी के मुताबिक, नवंबर में आ रहे मरीजों में संक्रमण पहले से ज्यादा मिल रहा है।
पहले मरीजों में 2 प्रतिशत लंग्स इन्वॉल्वमेंट मिलता था, वह अब 15 प्रतिशत हो गया है। अच्छी बात यह है कि पिछली बार मरीजों की मृत्यु तेजी से हो रही थी, लेकिन इस बार अपेक्षाकृत अधिक गंभीर मरीज भी ठीक हो रहे हैं। उधर, बुधवार को शहर में काेरोना के 572 नए मरीज मिले, जबकि तीन की संक्रमण से मौत हो गई। 4954 सैंपल की जांच में 4328 सैंपल निगेटिव पाए गए।
दूल्हा-दुल्हन पॉजिटिव, शादी टालना पड़ी
बुधवार को मंदसौर के दूल्हा-दुल्हन पॉजिटिव पाए गए। शादी अगले सप्ताह थी, जिसे टाल दिया है। इंदौर के दो दुल्हन और 4 दूल्हे पॉजिटिव आए हैं। वहीं, इंदौर जिला कोर्ट के दो एडीपीओ पॉजिटिव मिले। जिला अभियोजन ऑफिस 3 दिन के लिए बंद किया। हाईकोर्ट के एक कर्मचारी की मृत्यु हो गई।
गंभीर मरीजों में ज्यादातर 60 वर्ष से अधिक उम्र के
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट प्रमुख डॉ. सलिल भार्गव का कहना है कि बीमारी की गंभीरता कम नहीं हुई है। एमजीएम से जुड़े अस्पतालों में जितने गंभीर मरीज भर्ती हैं, वे सभी 60 साल से अधिक उम्र के हैं। बीमारी का अटैक बुजुर्गों पर बढ़ा है। ओपीडी में जितने मरीज देखे जा रहे हैं, वे लंबे समय तक बुखार की हिस्ट्री बता रहे हैं।
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