हाईवे 347 सी के तहत नगर से इंदौर रोड स्थित अरिहंत नगर के डेढ़ किलोमीटर मार्ग में करीब 32 मीटर की सड़क दोबारा बनाई जाएगी। इसका प्रमुख कारण निर्माण के 3 माह बाद ही सड़क उखड़ना और लेयर ऊंची-नीची होना है। यही नहीं इस लापरवाही पर निर्माणकर्ता कंपनी की पूरी टीम को बदला गया है।
हाईवे के तहत खलबुजुर्ग से बिस्टान तक सड़क निर्माणाधीन है लेकिन घटिया सामग्री लगाने से कई स्थानों पर सड़क की स्थिति बदतर हो गई है। नगर के जय स्तंभ चौराहे से लेकर भीलगांव के मुख्य मोड़ तक घटिया निर्माण की शिकायत और लगातार खबरों के प्रकाशन के बाद नेशनल हाईवे सड़क निर्माण के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। अब डेढ़ किलोमीटर के रास्ते में 7 पैनल दोबारा बनाई जाएगी। हर पैनल में करीब 4.5 मीटर सड़क होती है। इसको लेकर नेशनल हाईवे निर्माण विभाग ने सर्वे कर प्रस्ताव भेजा है। विभागीय अफसरों का कहना है जल्द काम शुरू किया जाएगा।
रात में काम, गुणवत्ता पर ध्यान नहीं
अभिभाषक राजीव सोहनी ने कहा कई जगह लेयर ऊंची-नीची होने से वाहन चालकों को असुविधा हो रही है। निर्माण के दौरान ही अधिकारी गुणवत्ता का ध्यान रखते तो दोबारा निर्माण की नौबत नहीं आती। इंदौर छोटे नाके पर अधूरा काम राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। अजय मंडलोई ने कहा- जिस स्थान से सड़क उखड़ चुकी है वहीं से गुणवत्तायुक्त सड़क बनाई जाए, क्योंकि ठेकेदार ने ताबड़तोड़ व रात के दौरान भी सड़क का काम किया है। इससे गुणवत्ता प्रभावित हुई है।
शिकायत के बाद बनाया एप्रोच रोड
निर्माण के दौरान कॉलोनियों की सड़क को जोड़ा नहीं गया है। एप्रोच रोड के अभाव में लोगों को सड़क से वाहन उतारने व चढ़ाने में हादसों का डर बना हुआ है। अरिहंतनगर में भी यहीं स्थिति थी। कॉलोनीवासियों के 181 पर शिकायत के बाद बुधवार से एप्रोच रोड का काम शुरू किया गया। भावेश कर्मा ने बताया नेशनल हाईवे निर्माण विभाग व कंपनी को कई बार शिकायत कर चुके हैं। टालमटोल की जाती रही है। मजबूरी में 181 पर शिकायत करना पड़ी। लगातार शिकायत के बाद अब जाकर काम शुरू किया है।
जय स्तंभ की सुरक्षा पर नहीं ध्यान
वीर जवानों की याद में पुलिस थाने के पास बने जय स्तंभ की सुरक्षा पर ध्यान नहीं है। सड़क निर्माण के दौरान वाहन की टक्कर से जय स्तंभ के आसपास लगे स्टीट के बिंब टूट गए थे। पिछले दिनों अतिक्रमण हटाओ मुहिम के दौरान एसडीएम संघप्रिय ने इसे दुरुस्त करने के निर्देश दिए। लेकिन अब तक काम शुरू नहीं किया गया। मुख्य मार्ग से रोजना सामान्य व भारी वाहनाें की आवाजाही बनी रहती है। टूट खंभों के पास निकलने व ओवरटेक के चक्कर में किसी भी दिन बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है।
^कसरावद से लेकर अरिहंत नगर तक सड़क का निरीक्षण किया है। जिस स्थान पर सड़क उखड़ गई या लेवल सही नहीं है उस स्थान पर दोबारा सड़क बनाना प्रस्तावित है। संबंधित ठेकेदार के लापरवाह कर्मचारियों को भी हटाने के निर्देश दिए है।
अनिल महाजन, सब इंजीनियर, नेशनल हाईवे निर्माण
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