कांग्रेस में प्रत्याशिकयों के नाम जिला स्तर पर रायशुमारी में तय होंगे। यहां से प्रत्याशियों के बारे में सभी से बातचीत करने के बाद पैनल द्वारा सिंगल नाम ही भोपाल भेजा जाए। यह बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव, प्रदेश सहप्रभारी और संभागीय पर्यवेक्षक सुधांशु त्रिपाठी ने जिला कांग्रेस की बैठक लेकर कही।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जिलाध्यक्ष और संगठन के द्वारा ही सभी नाम जिलास्तर से तय होंगे और इसके बाद सभी नामों की समीक्षा करके जिलाध्यक्ष पेनल में भोपाल सिंगल नाम भेजेंगे। बैठक में किसान आंदोलन के लिए प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें किसानों का साथ देने पर सहमित बनी।
पार्षद पद का प्रत्याशी जो टिकिट का आकांक्षी है वह वार्ड में कांग्रेस के 125 मेंबर बनाकर दे। जिससे कांग्रेस भी मजबूत हो और उसका भी नेटवर्क पता चले।
बैठक में विरोध हुआ तो पर्यवेक्षक ने दी नसीहत- विरोध जरूर करें लेकिन अश्लील भाषाशौली का उपयोग नहीं करें
बैठक में जैसी ही कार्यकर्ताओं ने विरोधी दलों के नेताओं के बारे में अश्लील भाषाशैली और आरोप प्रत्यारोप लगाए तो संभाग प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी ने कांग्रेसियों को दिशा निर्देश देकर बोला कि आगे से जो भी कांग्रेस नेता अपनी बात रखे वह यह ख्याल रखे कि उनकी भाषाशैली संयमित हो और भले ही विरोधी सही पर पार्टी बैठक में अश्लील भाषा और गलत बयानी से नेता बचें। करैरा विधायक प्रागीलाल जाटव ने नगर परिषद के प्रत्याशियों के घर-घर जाकर प्रचार करने की बात कही। आभार प्रदर्शन मोहित अग्रवाल और कार्यक्रम का संचालन राजेश बिहारी पाठक ने किया।
उम्मीदवार बनने सामाजिक, राजनीतिक ताना-बाना के साथ शैक्षिक योग्यता अहम: शर्मा
जिलाध्यक्ष पं. श्रीप्रकाश शर्मा ने कहा कि हमने पूर्व में ही ब्लॉक अध्यक्षों को हर वार्ड के दो-दो प्रभारी बनाने के निर्देश दे दिए थे और उनसे कहा था कि जो भी टिकिट मांगे उसके बारे में वरिष्ठों से चर्चा करें। उसके क्षेत्र में भ्रमण करें, उसका सामाजिक और राजनैतिक ताना-बाना देखें। यही नहीं उसकी शिक्षा, सामाजिक और संगठन में प्रभाव और व्यवहार देखने की बात भी उन्होंने कही। इन सब बातों पर जब आप अपनी रायशुमारी भेजेंगे तो वह प्रत्याशी के हित में भी होगी और पार्टी को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।
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