जबलपुर-कटनी बाइपास मार्ग पर राजनगर के पास मप्र हाउसिंग बोर्ड की दमयंतीपुरम काॅलोनी में अटल आवास योजना के तहत बन रहे 867 भवन कंपलीट होने की स्थिति में पहुंच गए हैं। एक से दो माह के अंदर आवंटन की प्रक्रिया होना है, लेकिन अब नगरपालिका ने हाउसिंग बोर्ड को झटका दे दिया है। नगरपालिका की ओर से पहले पाइप लाइन डालने का टेंडर जारी किया गया था, यहां तक कि एक करोड़ रुपए भी नगरपालिका को दे दिए गए थे, लेकिन अब टेंडर जारी करने के बाद नगरपालिका ने काम करने से हाथ खड़े कर दिए गए हैं। ऐसे में अब हाउसिंग बोर्ड की दमयंतीपुरम कालोनी में रहवासियों के लिए बसने से पहले एक और मुसीबत खड़ी हो गई है।
इससे पहले हाउसिंग बोर्ड ने करीब पौने दो करोड़ रुपए में पाइप लाइन बिछाने का ठेका नगरपालिका को दिया था। इससे फिल्टर प्लांट से पाइप लाइन सीधे दमयंतीपुरम काॅलोनी तक जोड़ी जानी थी, लेकिन नगरपालिका को यह प्रस्ताव अब पसंद नहीं आ रहा है। जबकि पहले नगरपालिका ने टेंडर कर लिया था और पाइप लाइन डालने के लिए तैयार हो गई थी। यहां तक टेंडर का प्रकाशन भी हो गया था, लेकिन अब जैसे ही सीएमओ बदले, टेंडर निरस्त हो गया।
बताया जाता है कि अब हाउसिंग बोर्ड टेंडर किसी दूसरी एजेंसी को देने की तैयारी कर रही है, हालांकि नगरपालिका ने अभी राशि वापस नहीं लौटाई है, लेकिन काम करने से इंकार करने से आवंटन की प्रक्रिया फिर अटक गई है। नगरपालिका के एक कर्मचारी ने बताया कि पहले टेंडर प्रक्रिया करने के लिए नगरपालिका के उपयंत्री पक्ष में थे, लेकिन जैसे ही सीएमओ बदले, उन्होंने काम में गड़बड़ी बताईं और फिर प्रक्रिया से दूरी बना ली। सवाल यह है कि पहले टेंडर के लिए अनुबंध क्यों किया और जब काम नहीं करना था, एनवक्त पर टेंडर कैंसल करने से हाउसिंग बोर्ड की भवन आवंटन की प्रक्रिया अब फिर से अटक जाएगी।
यहां पर बता दें कि मप्र हाउसिंग बोर्ड ने मई 2020 तक भवनों को हितग्राहियों के लिए आवंटित करने का लक्ष्य था। आधे भवन तैयार हो गए हैं और कुछ का काम चल रहा था, लेकिन कोरोना के चलते काम रुक गया। बीच में काम प्रारंभ हुआ और नवरात्रि तक भवन कंपलीट करने की बात कही गई और आवंटन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई, लेकिन नल कनेक्शन न होने से प्रक्रिया फिर ठंडे बस्ते मंे चली गई है।
एक आवंटी आर के पांडे और राजकुमार जैन ने बताया कि अधिकारी प्रक्रिया को बार-बार अटका रहे हैं, इसलिए एक साल बाद भी मकानों का आवंटन नहीं हो पाया है। अब पानी की सप्लाई न होने का बहाना बनाकर अधिकारी आवंटन की प्रक्रिया रोक रहे हैं।
पानी की सप्लाई न जुड़ने की वजह से प्रक्रिया अटकी
जानकारी के अनुसार काॅलोनी में ईडब्ल्यूएस 477 और एलआईजी श्रेणी के 390 भवन बने हैं। इनमें से कु़छ ही कंपलीट होना रह गए हैं। बाकी कंपलीट हो गए हैं, लेकिन पानी की सप्लाई न जुड़ने की वजह से प्रक्रिया अटक गई है। इस संबंध में नगरपालिका सीएमओ बीड़ी कतरोलिया से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
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