जिले में बर्ड फ्लू का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को 69 कौओं व एक बगुले ने दम तोड़ दिया। ये पूरे जिले में करीब 30 स्थानाें पर मरे मिले। नारायणगढ़ थाने के गांव बादरी में 12 चिड़िया मृत मिलीं। मुर्गियों में संक्रमण की पुष्टि नहीं हो सकी है। आशंका को देखते हुए प्रशासन ने मांस व अंडे को पकाकर खाने की बात कही है। इसी तरह हाफ फ्राय
अंडा सेवन नहीं करने की सलाह दी है। इधर, बर्ड फ्लू पर नजर रखने के लिए कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं। मृत काैओं का आंकड़ा 353 तक पहुंच गया है।
जिले में कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद सतर्कता को ध्यान में रखते हुए पशुपालन विभाग को 8 भागों में विभाजित किया जाकर प्रत्येक भाग में 1 पशु चिकित्सा सहायक शल्य, 1 सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी को नियंत्रण के लिए नियुक्त किया है। उसी क्रम में प्रत्येक 1 भाग को 10-10 उपभागों में विभाजित किया है। इसके प्रभारी सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी हैं, जो नगरीय क्षेत्र में नगर पंचायत के सहयोग से एवं ग्रामीण में ग्राम पंचायत के सहयोग से पोल्ट्री फाॅर्म, मुर्गा एवं अंडा विक्रय केंद्रों का निरीक्षण एवं निगरानी करेंगे। इसी तरह स्वास्थ्य विभाग की टीमें एक किमी क्षेत्र में परिवारों का सर्वे कर रही है। जिला मुख्यालय पर राेज विकासखंड वार जानकारी का संकलन किया जा रहा है। वहीं वन विभाग द्वारा वन्य क्षेत्रों का भ्रमण किया जा रहा है।
पोल्ट्री फाॅर्म एवं चिकन शॉप का निरीक्षण कर सैंपल लिए
पशुपालन विभाग ने मंदसौर, सीतामऊ के पोल्ट्री फाॅर्म का निरीक्षण किया। वहीं मंदसौर, दलौदा एवं मल्हारगढ़ के चिकन शॉप को देखा। सभी विकासखंडों के पोल्टीफाॅर्म से सैंपल लिए गए। इन्हें जांच के लिए राज्य पशु अन्वेषण प्रयोगशाला भोपाल भेजे गए।
विकासखंड स्तर पर बैठक लेकर समझाया है: उपसंचालक पशुपालन डॉ. मनीष इंगोले ने बताया कि पोल्ट्री फाॅर्म में मुर्गा एवं अंडा विक्रय केंद्र के निरीक्षण के साथ ही सैंपल कलेक्शन तथा उन्हें सतर्कता के साथ-साथ साफ-सफाई रखने के भी निर्देश दिए जा रहे हैं। प्रत्येक विकास खंड स्तर पर पोल्ट्री फाॅर्म मालिकों की एक बैठक आयोजित की गई। उनके पास उपलब्ध पोल्ट्री फाॅर्मों पर पक्षियों की जानकारी ली गई।
इधर, गांधीसागर में दुर्लभ वन्य जीव कबर बिज्जू की मौत
सेक्टर नंबर 3 पर एसटीएम कॉलोनी में शुक्रवार को दुर्लभ कबर बिज्जू की वन विभाग की लापरवाही के चलते मौत हो गई। वन विभाग ने पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। गुरुवार शाम को रहवासी क्षेत्र के एक पेड़ पर लोगों को भालू के बच्चे की तरह जीव दिखाई दिया। लोगों ने शाम को वन विभाग को जानकारी दी। टीम पहुंची और लोगों को वहां से हटाकर रवाना हो गई। शुक्रवार सुबह उक्त जीव सड़क किनारे मृत पाया गया। लोगों ने वापस वन विभाग को जानकारी दी। अधिकारियों ने कबर बिज्जू की पुष्टि की। यह दुर्लभ प्रजाति का वन्य जीव है जो जमीन में रहता है। लेकिन वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते इसकी मौत हो गई। रेंजर पन्नालाल रायकवार ने बताया कि कबर बिज्जू के बच्चों को पकड़ने के लिए हमारे पास उपकरण नहीं हैं इसलिए रात को उसे पकड़ पाना मुनासिब नहीं था।
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