महाराष्ट्र से अपने प्रदेश लौट रहे मजदूरों को सेंधवा के पास मध्य प्रदेश की सीमा में अब तक रोका जा रहा था। ज्यादातर को वापस महाराष्ट्र की ओर लौटाया जा रहा था। गुरुवार सुबह तक एक हजार से अधिक मजदूर सीमा पर जमा हो गए थे। इनमें अधिकांश उत्तर प्रदेश और कुछ बिहार व राजस्थान के थे। नाराज मजदूरों ने 2 घंटे तक हाइवे जाम किया। उनकी एक ही मांग थी आगे जाने दिया जाए। प्रशासन व पुलिस ने समझाइश देकर रोड से हटवाया। इसी बीच सरकार की नई गाइडलाइन के दस्तावेज जिला प्रशासन के पास आए कि लॉक डाउन में फंसे मजदूरों काे नहीं रोका जाए बल्कि उनके घर वापसी की व्यवस्था कराई जाए। इसके बाद स्क्रीनिंग शुरू करवाई गई। अफसरों ने उनकी घर रवानगी करवाई। वहीं भिवंडी से साइकिल पर सवार होकर उप्र जा रहे मजदूर की बिजासन घाट पर मौत हो गई।
दरअसल, हजारों मजदूर महाराष्ट्र की ओर से सैकड़ों किमी पैदल मप्र की सीमा में पहुंचे थे लेकिन उन्हें आगे नहीं जाने दिया जा रहा था। सुबह 8 बजे मजदूर महाराष्ट्र जाने वाले रोड पर बैठ गए। 2 घंटे हंगामें के बाद एसडीओपी टीएस बघेल, एसडीएम घनश्याम धनगर ने उन्हें समझाया कि कलेक्टर व एसपी आकर निर्णय लेंगे। तब तक आप स्वास्थ्य परीक्षण करवा लें। तब लोग रोड से हटे। इसके बाद स्क्रीनिंग शुरू की गई। बड़वानी कलेक्टर अमित तोमर व एसपी डीआर तेनीवार के पहुंचने के बाद मजदूरों को भोजन करवाया और स्वास्थ्य परीक्षण का सर्टिफिकेट देकर रवाना किया। अधिकांश अपने वाहनों से ही गए। पैदल जाने वालों को छोड़ने के लिए प्रशासन द्वारा बस व्यवस्था की गई।
महाराष्ट्र के अफसरों से किया समन्वय
कलेक्टर अमित तोमर ने बताया पूर्व की गाइडलाइन के पालन में महाराष्ट्र से आ रहे मजदूरों को आगे जाने से रोका जा रहा था। बुधवार को नई गाइडलाइन जारी होने से मजदूरों को जाने दिया गया। महाराष्ट्र के अफसरों से भी कहा है कि वे मजदूरों को उनके प्रदेश में बनी जांच चौकी पर रोककर वहां से संबंधित प्रदेश तक पहुंचाएं।
थकान होने से शेड में आराम करने के दौरान हुआ था बेहोश
मौत का कारण पता नहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासा
महाराष्ट्र के भिवंडी से साइकिल पर सवार होकर उत्तरप्रदेश जा रहे मजदूर की गुरुवार को बिजासन घाट पर मौत हो गई। पुलिस ने शव को पीएम के लिए सिविल अस्पताल भेजा। बिजासन चौकी प्रभारी एसआई कविता कनेश ने बताया उत्तरप्रदेश के गोरखपुर महाराज गंज निवासी तबारत मंसूरी (50) महाराष्ट्र में भिवंडी से साईकिल से अपने गांव जा रहा था। बिजासन घाट पर मंदिर के बाहर बने शेड में आराम कर रहा था। इसी दौरान वह बेहोश हो गया। उसके साथ में सफर करने वाले रमेश कुमार गौड़ निवासी उत्तर प्रदेश ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने बिजासन में मौजूद डॉक्टरों से उसकी जांच कराई। डॉक्टर ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। एम्बुलेंस से उसके शव को पीएम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया। मजदूर के मौत के कारणों का अभी पता नहीं चला है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण का खुलासा होगा।
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