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प्राेबेशनर पीरियड में देवरी थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर विवेक शर्मा शनिवार सुबह रेत डंपराें से अवैध वसूली करते पाए गए। इनमें से एक डंपर मालिक ने सीधा एसपी अतुल सिंह काे काॅल करके एसआई की करतूत बता दी। एसपी उसके कारनामे से इतने रुष्ट हुए कि उसे माेबाइल पर ही निलंबित करने और वहां से तत्काल भागने का फरमान सुना दिया।
एसआई अपनी सफाई देता रहा, लेकिन एसपी ने उसे पुलिस विभाग पर कलंक बताते हुए उसकी बर्खास्तगी का प्रस्ताव भेजने की बात कही है। थाने में पाेस्टिंग के चंद दिनाें बाद और पीरियड में ही पैसे की उगाही करने निकले इस अफसर ने रेत के डंपराें से अवैध वसूली काे लेकर पूरे पुलिस महकमे काे कटघरे में खड़ा कर दिया है। दरअसल, पहले भी पुलिस पर रेत डंपराें से रुपयाें की वसूली के आराेप लगते रहे हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि खुलेआम वसूली की इतनी हिम्मत आखिर इस नए-नवेले पुलिस अधिकारी काे दी किसने थी? क्या पर्दे के पीछे काेई और भी है? उसके साथ वसूली पर निकले आरक्षकाें काे भी क्या नियम कायदे पता नहीं थे? इस पूरे मामले की जांच देवरी एसडीओपी पूजा शर्मा काे साैंपी गई है।
उन्हाेंने डंपर चालकाें के बयान लिए हैं। देवरी से करीब 10 किलोमीटर दूर डोंगर सलैया रोड पर सुबह करीब 7 बजे पीएसआई शर्मा सिविल ड्रेस में रेत से लदे डपराें काे राेककर उनकी राॅयल्टी चैक कर रहे थे। उनके साथ दाे-तीन सिपाही भी थे, जाे कि डंपराें काे राेककर वाहन चालक/ मालिक काे अफसर के पास भेज रहे थे। जब डंपर छाेड़ने के लिए पुलिस ने उनसे 50 हजार रुपयाें की मांग की ताे चालक बिफर गए। एक डंपर मालिक ने एसपी काे माेबाइल पर पूरा घटनाक्रम बता दिया। जिस पर एसपी ने उस पुलिस अधिकारी से बात कराने काे कहा। पहले ताे एसआई ने बात करने से मना कर दिया। जब एसपी ने माेबाइल पर ही उसे निलंबित करने की बात कही ताे उसने माेबाइल पर बात करते हुए अपनी सफाई पेश की। पीएसआई शर्मा का कहना था कि उनके सामने से रेत से भरे ट्रक निकल रहे थे जिस पर उन्होंने कार्रवाई की है। डंपर मालिक के माेबाइल पर एसपी की पीएसआई से कराई गई बातचीत का ऑडियाे साेशल साइट्स पर वायरल हाे गया।
विराेध किया ताे पीएसअाई बाेला-मुझे सब अधिकार है
रहली के चांदपुर निवासी रेत व्यापारी हर्ष नेमा ने पीएसआई शर्मा से बातचीत करते हुए उसका वीडियाे तैयार कर लिया था। वह कभी राॅयल्टी ताे कभी ओवरलाेडिंग काे लेकर डंपर चालकाें पर दबाव बना रहा था। जब डंपर छाेड़ने के एवज में रुपयाें की मांग की गई ताे डंपर वालाें ने विराेध जताते हुए कहा कि आप चैकिंग नहीं कर सकते। यह खनिज विभाग का मामला है। जिस पर उसने कहा कि मुझे सब अधिकार हैं। इसके बाद वह चालकाें काे धमकाने के लिए खनिज अधिकारी काे माेबाइल पर काॅल करने लगा। डंपर चालक और मालिक यहां से देवरी थाने पहुंच गए।
सुविधा शुल्क देने में देरी हुई ताे चैकिंग करने सड़क पर आती है पुलिस
गाडरवारा रेत की बड़ी मंडी है। यहां की वनखेड़ी खदान के अलावा बरमान से नर्मदा नदी की रेत सागर और दमाेह तक सप्लाई हाे रही है। राजमार्ग से अमूमन राेज 100 डंपर रेत के गुजरते हैं। रेत काराेबार से जुड़े लाेगाें के अनुसार इस रूट के थानाें की पुलिस काे सुविधा शुल्क का चलन है। इसमें देरी हाेने पर वाहनाें की चैकिंग शुरू हाे जाती है। कभी ओवरलाेडिंग ताे कभी राॅयल्टी के नाम पर चैकिंग कर पैसाें का दबाव बनाया जाता है। सुविधा शुल्क काे लेकर कुछ व्यापारी सहमत ताे कुछ असहमत रहते हैं। लिहाजा कई बार अवैध वसूली की शिकायतें सामने आती रही हैं। अवैध वसूली में सिर्फ पुलिस विभाग दागदार नहीं है, बल्कि परिवहन और खनिज विभाग की भी अपनी अलग तरह की चैकिंग चलती है।
खनिज अधिकारी को भी हटाया जा चुका है
रेत की रॉयल्टी चोरी के मामले में खनिज विभाग शुरू से ही बदनाम रहा है। लंबे समय तक सागर में पदस्थ रहे खनिज अधिकारी आरके कैथल को भी इसी तरह की शिकायतों के चलते हटाया गया था। खनिज इंस्पेक्टर राजेश गंगेले से जब इस पूरे मामले में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
फोन पर फटकार एसपी ने कहा-5 मिनट में वहां से नहीं हटे ताे गिरफ्तार करा दूंगा
- एसपी- क्याें भाई प्राेबेशनर पीरियड में ये गुल खिलाने लग गए?
- पीएसआई- नहीं सर,ऐसा कुछ नहीं है, डंपर राेके हैं, उनकी रायल्टियां चैक की हैं।
- एसपी- किसने आपकाे आदेश दिया, एडिशनल एसपी, एसडीओपी या टीआई ने बताइए?
- पीएसआई- सर, मेरे सामने से गाड़ियां निकल रही थीं। डंपर से रेत लेकर जा रहे थे।
- एसपी- रेत के डंपर राेकने का किसी ने आपकाे टाॅस्क दिया था?
- पीएसआई- नहीं सर।
- एसपी- मैं, आपकाे निलंबित कर रहा हूं, 5 मिनट में वहां से नहीं हटे ताे आपकाे धारा 151 में गिरफ्तार कराऊंगा।
- पीएसआई- जी सर।
- एसपी- मैं, तुम्हारी सेवा समाप्ति के लिए पुलिस मुख्यालय काे लिख रहा हूं। कलंक हाे...तुम विभाग के नाम पर।
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