शहर विकास के कई मुद्दों को लेकर स्मार्ट सिटी ऑफिस में एडवाइजरी (परामर्शी) समिति की बैठक शुक्रवार को हुई। जिसमें वर्तमान और आगामी विकास कार्यों पर सुझाव दिए गए और सर्व सहमति से निर्णय लिए गए।
बैठक में कुछ सदस्य वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर की अलग-अलग स्थानों की मल्टी लेवल पार्किंग के लिए स्थानों को चिह्रित किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट रेवेन्यू मॉडल पर तैयार होगा। बैठक में लेक साइड एलिवेटेड कॉरिडोर के प्रजेंटेशन के साथ ऐतिहासिक बिल्डिंग्स के आरएफपी पर चर्चा की गई। वहीं नए स्थानों को शामिल करने के लिए इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज दिल्ली से बात करने का सुझाव दिया गया। फायर फाइटिंग सिस्टम के प्रजेंटेशन को लेकर बताया गया कि इसमें आईटी सिस्टम द्वारा इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम से मॉनिटर किया जाएगा। तंग गलियों में भी फायर वाहन पहुच सकें इसके लिए बाइक टीम में शामिल होंगी।
फोम-वेस्ड और वाटर वेस्ड फायर व्हीकल, फायर स्टेशन, ट्रेनिंग सेंटर आदि पर चर्चा करते हुए सुझाव दिए गए। विधायक शैलेंद्र जैन ने प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स पर चर्चा कर सुझाव देते हुए कहा कि शहर के सभी वार्डों में जगह की उपलब्धता अनुसार स्मार्ट पार्क बना कर पौधारोपण किया जाए। स्मार्ट टायलेट की तर्ज पर अन्य वार्डों में भी ऐसे ही टायलेट बनाए जाए। नागरिकों युवाओं को अच्छे स्वास्थ्य के लिए शहर की व्यायामशालाओं को भी पुनर्विकसित किया जाए। जिला कलेक्टर दीपक सिंह ने शहर में सुपर स्पेशलिटीज हाॅस्पिटल, मल्टी लेवल कार पार्किंग, पब्लिक बाइक शेयरिंग सिस्टम, इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल, स्मार्ट पोल, सोलर पावर जैसे सभी प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स प्रजेंटेशन की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि शहर की प्राइमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों को इससे जोड़ा जाए। जिससे यहां स्मार्ट क्लास जैसे विकास कार्यों के लिए बिजली हमेशा उपलब्ध हो। इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा स्कूलों में स्मार्ट क्लास जैसी सुविधाएं हो। इसके लिए सर्वशिक्षा अभियान और नगर निगम शिक्षा उपकर विभाग से भी बात करें। शहर में ग्रीनरी बढ़ाने के लिए सिटी फाॅरेस्ट, स्मृतिवन, पितृवन आदि विकसित करने के लिए स्थल का चयन कर वन विभाग से बात करें।
बैठक में नगर निगमायुक्त आरपी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह राजपूत, मीना पिंपलापुरे, देवेश गर्ग, प्रकाश चौबे, राजू तिवारी, केपी श्रीवास्तव आदि शामिल हुई। सभी ने अपने विचार रखे। जिन पर विस्तार से चर्चा हुई।
इन मुद्दों पर भी लिया गया निर्णय
- पब्लिक बाइक शेयरिंग सिस्टम के तहत शहर में जरूरत के आधार पर 10-15 लोकेशन पर स्टेशन पीपीपी माडल पर तैयार किए जाएं।
- सुपर स्पेशलिटीज हास्पिटल बनाने के लिए स्थल का सर्वे किया जाए।
- इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल को ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया जाए। जहां लोगों को वेटिंग रूम जैसी सभी सुविधाएं हो।
- डिस्प्ले स्क्रीन, कैमरा, स्ट्रीट लाइट आदि युक्त स्मार्ट पोल सागर स्मार्ट सिटी के पेन-सिटी एरिया में भी लगाये जाए।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/39dmyai
No comments:
Post a Comment